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मैनाटांड के निजी क्लीनिक में घटनास्थल पर पुलिस और उमड़ी लोगों की भीड़ प्रखंड मुख्यालय से सटे मेला चौक पर संचालित एक निजी क्लीनिक में एक के तीन वर्षीय बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई घटना रविवार के 4:00 का है वही इलाज के बाद परिजनों ने अस्पताल पहुंचकर जमकर बवाल किया मृत बच्ची की पहचान मैनाटाड थाना क्षेत्र के शेखवा बसंतपुर गांव निवासी जावुल मंसूरी की 3 वर्ष से पुत्री अजबुन खातून के रूप में की गई है सूचना मिलते हैं अपर थाना अध्यक्ष रामसेवक सिंह मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली बच्ची को बुखार लगा था बुखार के दौरान परिजन निजी क्लीनिक में लेकर इलाज करने पहुंचे जहां डॉक्टर ने इलाज करना शुरू कर दिया इलाज के दौरान बच्ची की हालत और बिगड़ने लगी जिसे डॉक्टर ने उसे बिटिया के लिए रेफर कर दिया परिजन बच्ची को एंबुलेंस से बेतिया लेकर जा ही रहे थे तब तक रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई वही रास्ते से परिजन एंबुलेंस से लौटकर जमकर हंगामा किया हंगामा की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा बूझकर शांत कराया और शव को कब्जे में लेकर थाना ले गई इधर थाना अध्यक्ष मंटू कुमार ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर थाने लाया गया लेकिन परिजनों के द्वारा कोई आवेदन नहीं दिया गया तथा पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया गया वहीं पंचनामा बनाकर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है उधर सूत्रों के अनुसार चिकित्सा के पक्ष में सफेदपोस आकर अमृत बच्ची के माता-पिता को मना लिए की केस करने से कोई फायदा नहीं होगा डॉक्टर का कहना है कि गलती तो सबसे होती है डॉक्टर जानबूझकर गलती नहीं करता है लेकिन स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों से कहना है कि आप जांच करें बगैर कागज के चलता है बच्चों का अस्पताल प्रखंड मुख्यालय में नवजात बच्चों का कई अस्पताल संचालित होता है जिसमें बिना डिग्री वाले चिकित्सकों के द्वारा नवजात बच्चों का इलाज किया जाता है स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं कई बार कार्रवाई हुई है फिर अस्पताल संचालित हो रहे हैं इस पर ज्यादा से ज्यादा कार्रवाई की जाए बिहार ब्यूरो डॉक्टर एस कुमार की रिपोर्ट Also watch this news on Youtube