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छत्तीसगढ़ में ड्यूटी के दौरान आठ अक्तूबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत सीआरपीएफ के जवान रामलखन बांठा का शव मंगलवार को उनके पैतृक घर मैनाटांड़ प्रखंड स्थित पुरैनिया पहुंचा तो कोहराम मच गया. हालांकि स्वजनों ने मौत की सही वजह नहीं बताने का आरोप लगाकर अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया और शव की जांच करवाने की मांग को लेकर धरना- प्रदर्शन शुरू कर दिया. मानपुर थाना क्षेत्र के पुरनिया में बुधवार की सुबह में नौ बजे शव आते ही पूरे गांव में मातम पसर गया. सीआरपीएफ अधिकारी द्वारा मौत का कारण नहीं बताने से परिजनों ने शव को लेने से इनकार कर दिया है. स्वजनों ने मौत के पीछे किसी षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए जांच की मांग । की. उन्होंने कहा कि इस संबंध में अधिकारियों से मृत का जांच रिपोर्ट जबतक नहीं मिलेगा, तब तक शव को हमलोग स्वीकार नहीं करेंगे। मृतक जवान के पिता दीपनारायण बांठा ने कहा कि जांच की उनकी मांग की अनदेखी करने के कारण ही हमें इंसाफ के लिए सड़कों पर शव पड़ा है. उन्होंने कहा कि बेटे की संदिग्ध हालात में हुई मौत पर हमें इसाफ के लिए सड़कों पर आना पड़ा. अगर उनका बेटा युद्ध के मैदान में शहीद हो जाता तो उन्हें अपने बेटे पर गर्व होता. सैनिक के पिता ने कहा कि हमारी प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री व उपराज्यपाल से मांग है कि मामले की सीबीआई जांच कराई जाए । लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए मानपुर पुलिस मौके पर पहुंचे. स्वजनों ने कहा कि उन्हें इंसाफ दिलाने का लिए लिखित में आश्वासन चाहिए, नहीं तो शव को नहीं जलायेंगे. देर शाम छत्तीसगढ़ से आए अधिकारी व जवान शव को लेकर वापस चले गए । आप इसकी जानकारी के लिए इस link पर जाए !! हेड ब्यूरो बिहार :– S Kumar 💐💐 Also watch this news on Youtube